"इसका पूरा समर्थन करते हैं लेकिन...", जातीय जनगणना पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार से पूछे सवाल

Rahul Gandhi On Caste Census: मोदी सरकार के द्वारा जातीय जनगणना की घोषणा के बाद जमकर बयानबाजी चल रही है। इस बीच लोकसभा में  राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता करके सरकार के इस फैसले को अपनी उपलब्धि बताई है। उन्होंने कहा,"हमने संसद में कहा था कि हम जाति जनगणना करवाएंगे। हमने यह भी कहा था कि हम 50% की सीमा को खत्म कर देंगे, जो कृत्रिम दीवार है। नरेंद्र मोदी कहते थे कि सिर्फ़ 4 मामले हैं। पता नहीं क्या हुआ लेकिन अचानक 11 साल बाद जाति जनगणना की घोषणा कर दी गई।“

राहुल गांधी ने आगे कहा, “हम इसका पूरा समर्थन करते हैं लेकिन हम एक समयसीमा चाहते हैं। हम जानना चाहते हैं कि यह कब तक होगा। यह पहला कदम है। तेलंगाना जाति जनगणना में एक मॉडल बन गया है और यह एक खाका बन सकता है। हम जाति जनगणना की रूपरेखा तैयार करने में सरकार को अपना समर्थन देते हैं... दो उदाहरण हैं - बिहार और तेलंगाना और दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर है।"

राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना पर कांग्रेस का जोर

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का 16 अप्रैल, 2023 का पत्र साझा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे इस पत्र में कांग्रेस प्रमुख ने जनगणना के साथ-साथ व्यापक जाति जनगणना की मांग की थी। रमेश ने खरगे के पत्र का उल्लेख करते हुए पूछा, क्या इसके अलावा कुछ और भी कहा जाना चाहिए? अहमदाबाद में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अधिवेशन में कांग्रेस पार्टी ने इस बात पर जोर दिया था कि सामाजिक न्याय की सांविधानिक गारंटी वाली नींव को केवल राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना से ही मजबूत की जा सकती है।

तेजस्वी ने पिता लालू प्रसाद यादव के संघर्षों को रेखांकित किया

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम रह चुके तेजस्वी यादव ने भी जनगणना में जाति को शामिल किए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'यह हमारी 30 साल पुरानी मांग थी। यह हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है... इससे पहले बिहार के सभी दलों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने हमारी मांग को अस्वीकार कर दिया। कई मंत्रियों ने इससे इनकार किया, लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना पड़ रहा है।'

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