Mutual Fund vs Stocks: फर्स्ट टाइम निवेशकों के लिए दोनों ऑप्शंस में से कौन सा बेहतर? जानें करोड़पति बनने का तरीका

Mutual Fund vs Stocks: फर्स्ट टाइम निवेशकों के लिए दोनों ऑप्शंस में से कौन सा बेहतर? जानें करोड़पति बनने का तरीका

Mutual Fund vs Stocks: नए निवेशकों के लिए अक्सर यह सवाल होता है कि म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में से कौन सा विकल्प बेहतर है। दोनों ही निवेश के अच्छे साधन माने जाते हैं, लेकिन इनमें कुछ अंतर होते हैं। इन अंतर को समझकर निवेशक सही निर्णय ले सकते हैं।

म्यूचुअल फंड के फायदे

कम जोखिम और बेहतर डायवर्सिफिकेशन: म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय जोखिम कम होता है। यह स्टॉक्स, बॉंड्स और अन्य सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करते हैं, जिससे किसी एक सेक्टर में मंदी का असर नहीं होता। इस वजह से निवेशक ज्यादा सुरक्षित रहते हैं।

प्रोफेशनल मैनेजमेंट: म्यूचुअल फंड को अनुभवी फंड मैनेजर्स द्वारा चलाया जाता है, जिनकी बाजार और निवेश की गहरी समझ होती है। ये फंड मैनेजर्स निवेश से पहले पूरी रिसर्च करते हैं, जिससे निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

लंबे समय में अच्छा रिटर्न

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दो तरीके होते हैं: लम्प-सम और एसआईपी। लम्प-सम में एक साथ बड़ी राशि निवेश की जाती है, जबकि एसआईपी में हर महीने थोड़ी-थोड़ी राशि जमा की जाती है। एसआईपी से आप लंबे समय में अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। अगर आप हर महीने 5000रुपये निवेश करते हैं, तो 26वर्षों में आपका निवेश 1करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है। अगर रिटर्न 15प्रतिशत हो, तो आप 22साल में ही करोड़पति बन सकते हैं।

शेयर बाजार में अधिक जोखिम, लेकिन तेज़ रिटर्न

शेयर बाजार में निवेश से जल्दी पैसा बना सकते हैं, लेकिन इसमें अधिक जोखिम होता है। सही स्टॉक का चुनाव जरूरी है। उदाहरण के लिए, E2E Networks ने पिछले 1साल में 364प्रतिशत रिटर्न दिया है, और पिछले 5सालों में 2572प्रतिशत रिटर्न दिया है। इसी तरह, Lloyds Engineering Works ने 5सालों में 18073प्रतिशत रिटर्न दिया।

म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों को शिक्षा और सहायता प्रदान करती हैं। इससे निवेशक निवेश की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। कस्टमर सर्विस भी निवेशकों के सवालों का समाधान करती है।

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