Bharat China LAC Dispute in Ladakh: लद्दाख में चीन सीमा पर तनाव के बीच भारत ने शांति की प्रतिबद्धता जताई, घटनाओं के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया

Bharat China LAC Dispute in Ladakh: लद्दाख में चीन सीमा पर तनाव के बीच भारत ने शांति की प्रतिबद्धता जताई, घटनाओं के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया

नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बीच भारत का पड़ोसी चीन भी भारत विरोधी मानसिकता को लगातार हवा दे रहा है. भारत-चीन के सैनिकों के बीच तनातनी को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने आज कहा है कि भारतीय सैनिक भारत की सीमा के भीतर ही गतिविधियां कर रहे हैं और वे सीमा सुरक्षा के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करते हैं. मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत कर रहे हैं, हम चीन के साथ लगी सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. भारत ने सीमा पर हालिया घटनाओं के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय सैनिक सीमा क्षेत्र से भली-भांति परिचित हैं, बल्कि चीनी सैनिकों ने भारतीय बलों द्वारा की जा रही गश्त में बाधा डाली जिससे ये परेशानी खड़ी हुई. खबर है कि भारत और चीन के बीच गैर चिह्नित सीमा पर उत्तर सिक्किम और लद्दाख के पास कई इलाकों में तनाव बढ़ता जा रहा है और दोनों पक्ष वहां अतिरिक्त बलों की तैनाती कर रहे हैं.
 
बताया जा रहा है कि आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि भारत और चीन दोनों ने डेमचक, दौलत बेग ओल्डी, गलवान नदी तथा लद्दाख में पैंगोंग सो झील के पास संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है. गलवान के आसपास के इलाके दोनों पक्षों के बीच छह दशक से अधिक समय से संघर्ष का कारण बने हुए हैं. 1962 में भी इस इलाके को लेकर टकराव हुआ था. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने गलवान नदी और पैगोंग सो झील के आसपास अपने सैनिकों की तैनाती की है. इन इलाकों में दोनों पक्षों की ओर से सीमा गश्ती होती है. पता चला है कि चीन ने गलवान घाटी इलाके में काफी संख्या में तंबू गाड़े हैं जिसके बाद भारत वहां कड़ी नजर बनाए हुए है.
 
चीन के सैनिकों ने सीमा नियंत्रण उपाय मजबूत किए
 
बता दें कि चीन के सरकारी मीडिया ने हाल ही में खबर दी थी कि अक्साई चीन क्षेत्र की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों ने सीमा नियंत्रण उपाय मजबूत किए हैं. सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने सेना के अज्ञात सूत्रों के हवाले से खबर दी, गलवान घाटी क्षेत्र में चीनी क्षेत्र में हाल में भारत द्वारा अवैध रक्षा निर्माण के बाद चीन ने यह कदम उठाया है. गत पांच मई को पेंगोंग झील क्षेत्र में भारत और चीन के लगभग 250 सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और लाठी-डंडों से झड़प हो गई थी. दोनों ओर से पथराव भी हुआ था. इस घटना में दोनों देशों के सैनिक घायल हुए थे. इसी तरह की एक अन्य घटना में नौ मई को सिक्किम सेक्टर में नाकू ला दर्रे के पास दोनों देशों के लगभग 150 सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी. सूत्रों के अनुसार इस घटना में दोनों पक्षों के कम से कम 10 सैनिक घायल हुए थे. न तो भारतीय सेना ने और न ही विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच बढ़ते तनाव पर कोई टिप्पणी की है.
 
 

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