मनुष्य की पहचान उसके जन्म से नहीं बल्कि कर्म से होती है- राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

मनुष्य की पहचान उसके जन्म से नहीं बल्कि कर्म से होती है- राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

Haryana governor:आज हरियाणा के राज्यपाल ने पंचकूला में गुरु रविदास जयंती पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि गुरु रविदास जी ने लोगों को जाति-पाति से ऊपर उठाकर समाज के लिए कार्य करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओ को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रयासरत है। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा संत व महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि संत शिरोमणी श्री गुरु रविदास जी ऐसी दिव्य आत्मा थी, जिन्होंने धर्म के नाम पर फैले पाखंडवाद, अन्धविश्वास, जात-पात तथा ऊँच-नीच के भेदभाव जैसी कुरीतियों का खंडन किया और लोगों को आत्मतत्व का बोध करवाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य की पहचान उसके जन्म से नहीं बल्कि कर्म से होती है, इसलिए गुरु रविदास जी ने लोगों को जाति-पाति से ऊपर उठाकर समाज के लिए कार्य करने के लिये प्रेरित किया। रविदास जी बचपन से ही बहादुर और ईश्वर भक्त थे लेकिन बाद में उन्हें उच्च जाति के द्वारा उत्पन्न भेदभाव की वजह से बहुत संघर्ष करना पड़ा। संत रविदास जी ने समाज में फैली अनेक कुरितियों पर प्रहार करते हुए एक दोहे में कहा था कि रविदास जन्म के कारने, होत न कोई नीच। नर कू नीच करि डारि है, ओंछे करम की कीच।     

 राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी सामाजिक समरसता के चिंतन को आगे बढ़ाते हुए ‘‘सबका साथ-सबका विकास तथा सबका विश्वास’’ के मंत्र पर कार्य कर रहे हैं। केन्द्र सरकार अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओ को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रयासरत है। सरकार द्वारा महिला उद्यमियों को स्टैंड-अप इंडिया योजना के तहत 10 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक बैंक ऋण की सुविधा दी जा रही है।

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