विधानसभा अध्यक्ष चुनाव- उद्धव सरकार की दूसरी परीक्षा

विधानसभा अध्यक्ष चुनाव- उद्धव सरकार की दूसरी परीक्षा

विधानसभा में बहुमत के प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के बाद उद्ध‌व ठाकरे सरकार की आज दूसरी कठिन परीक्षा है। सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव है।

नियमों के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान से होता है, लेकिन नई सरकार में सत्ता पक्ष इस बार खुले मतदान का प्रस्ताव रख सकता है। सत्ता पक्ष के रणनीतिकार ऐसी योजना बना रहे हैं कि विश्वासमत की तरह ही अध्यक्ष का चुनाव भी खुला हो ताकि किसी विधायक के फूटने की कोई गुंजाइश नहीं रहे। शनिवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी खुले मतदान से होगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महा विकास अघाड़ी एमवीए ने शनिवार को 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के महागठबंधन को विश्वास मत के लिए न्यूनतम 145 वोट की जरूरत थी, लेकिन उन्हें कुल 169 मत मिले। बीजेपी के 105 विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया, जबकि चार विधायक तटस्थ रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।

जिन विधायकों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, उनमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एमएनएस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीएम के एक-एक विधायक और ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल-ए-मुस्लमीन एआईएमआईएम के दो विधायक शामिल थे।

Leave a comment