Amarnath Yatra 2024: सालभर भोले बाबा के भक्त अमरनाथ यात्रा का इंतजार करते हैं। लंबी चढ़ाई और कठिन और दुर्गम रास्तों से गुजरते हुए भक्तों को बाबा बर्फानी के दर्शन होते हैं। इस बार यात्रा के शुरू हुए अभी एक हफ्ता ही गुजरा है कि एक ऐसी खबर सामने आई जिसने तीर्थयात्रियों को मायूस कर दिया है। दरअसल, खबर सामने आई है कि बाबा बर्फानी विलीन हो गए हैं। 29 जून से यात्रा शुरू हुई थी अब 6 जुलाई को खबर सामने आई कि अमरनाथ गुफा में हिमलिंग (बर्फ से बना शिवलिंग) पिघल गया है। 10 दिन से भी कम समय में बाबा बर्फानी के पिघलनी की वजह गर्मी मानी जा रही है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. आनंद शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बारिश होने पर तापमान घटता है पर ऐसा इस बार घाटी में भी नहीं हुआ। बारिश कम हुई, जिसके वजह से तापमान लगातार ज्यादा बढ़ने लगा। यहीं नहीं बाबा के दर्शन करने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इनके बॉडी टेम्प्रेचर का असर भी पड़ रहा। घोड़ों और खच्चरों के साथ ही साथ हेलीकॉप्टर की उड़ानें भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। फिर पवित्र गुफा और यात्रा मार्ग पर खान-पान से लेकर अन्य सेवाएं देने वाले लोग, सुरक्षा के लिए तैनात बलों और उपकरणों का असर भी तापमान पर पड़ रहा है।
क्या है समाधान
अगर इसके समाधान की बात करें तो मौसम वैज्ञानिक डॉ. आनंद शर्मा बताते हैं कि पहले भी ये समाधान बताया गया है कि बाबा बर्फानी के आस-पास पहुंचने वाले भक्तों की संख्या सीमित कर देनी चाहिए। लेकिन, लोगों की आस्था को देखकर ये कितना कारगर साबित होगा ये एक बड़ा सवाल है। यही नहीं गुफा के आसपास मशीनों के इस्तेमाल पर भी रोक लगानी चाहिए। इससे कुछ फायदा देखने को मिल सकता है।
पहले विलुप्त हुआ स्वरूप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि बाबा बर्फानी समय से पहले विलुप्त हो गए। इसके पहले साल 2006 में यात्रा शुरू होने से पहले बाबा का स्वरूप पिघल गया था। वहीं साल 2004 में तीर्थ यात्रा की शुरूआत के 15 दिन में ही बाबा का स्वरूप विलुप्त हो गया था।
Leave a comment