Sultanpur Robbery Encounter: सुल्तानपुर में हुई लूट की घटना के बाद हुए पुलिस एनकाउंटर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने इस मामले में सवाल उठाए हुए यूपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
यूपी सरकार पर लगाए आरोप
इस मामले पर बात करते हुए अखिलेश ने अपने पर एक्स हैंडल पर लिखा कि ‘लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले 'मुख्य आरोपी' से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और 'जात' देखकर जान ली गई।‘
उन्होंने आगे कहा कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है। उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
अखिलेश ने कहा कि समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फंसाया जाता है।
क्या है पूरा मामला?
ये घटना28 अगस्त के दिन की है। जहां दिन दहाड़े पांच बदमाशों ने दुकान में घुसकर करोड़ों के गहने और पैसे लूट कर फरार हो गए थे। इस घटना का खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि इस वारदात में कुल 15 बदमाशों मे से 3 की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी के 11 बदमाश फरार हो गए थे।
घटना के अगले दिन की सुबह डिप्टी एसपी एसटीएफ धर्मेश शाही की टीम ने हनुमानगंज (देहात कोतवाली सुल्तानपुर) में हाइवे के किनारे एक और बदमाश मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया।
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