केहर है या शीतलहर

केहर है या शीतलहर

समूचा उत्तर भारत भीषण सर्दी की चपेट में है और जम्मू-कश्मीर में पारा जमाव बिंदु से कई डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को कोहरे की मोटी चादर ने अपनी चपेट में ले लिया।   राजधानी दिल्ली में, घने कोहरे की वजह से विमान, रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ तो अधिकतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम का अबतक का सबसे कम तापमान है।- उत्तर भारत भीषण सर्दी की चपेट में है और जम्मू-कश्मीर में पारा जमाव बिंदु से कई डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को कोहरे की मोटी चादर ने अपनी चपेट में ले लिया..राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, घने कोहरे की वजह से छह उड़ानों और 21 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.

 

उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अमरनाथ यात्रा के दौरान आधार शिविर के रूप में इस्तेमाल होने वाले पहलगाम में तापमान शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।हिमाचल प्रदेश के कई इलाके भी भीषण सर्दी की चपेट में हैं। न्यूनतम तापमान में और गिरावट आई है जबकि बर्फीली हवाओं ने ठिठुरन बढ़ाई है। ऊंचाई वाले जनजातीय इलाके और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में मध्यम स्तर की बर्फबारी हुई है।उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद राज्य का सबसे ठण्डा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान यूपी के ज्यादातर मण्डलों में दिन के तापमान में भारी गिरावट आयी। पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में कोहरे की घनी चादर छाने से रेल, विमान और यातायात सेवाएं प्रभावित हुईं और साथ ही दोनों राज्यों के अधिकतर इलाकों में ठिठुरने वाली ठंड रही। राज्यों में दृश्यता 200 मीटर तक गिर गई। पंजाब हरियाणा की बात करें तो सबसे ठंडा क्षेत्र बठिंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, फरीदकोट में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 4.8 डिग्री सेल्सियस, आदमपुर में 5.8 डिग्री सेल्सियस जबकिभिवानी में 6.5 डिग्री सेल्सियस और हिसार में 7.3 डिग्री सेल्सियस रहा।

 

 

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 24 से 48 घंटे ठंड से राहत मिलने की संभावनाएं कम है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों में दिख रहा है। जिसकी वजह से पूरी हरियाणा पंजाब शीतलहर की चपेट में है। शाम सात बजे ही कोहरे की चादर बिछ जाती है जिसकी वजह से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। 

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