13वें दिन बालाकोट पर हमला कर के लिया 40 जवानों की शहादत का बदला

13वें दिन बालाकोट पर हमला कर के लिया 40 जवानों की शहादत का बदला

13वें दिन बालाकोट पर हमला कर के लिया 40 जवानों की शहादत का बदला

जम्मू –कश्मीर के पुलावामा पर आतंकी हमले और 40 जवानों की शहादत का बदला भारत ने हमले के 13वें दिन बालाकोट पर हमला करके लिया. एयर स्ट्राइक में आतंकियों के कई ठिकाने नष्ट कर दिये गए है. इस कार्रवाई में 300 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारत के एयर स्ट्राइक के निशाने पर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय थे, लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया.

भारतीय वायुसेना के एयरस्ट्राइक को पहला लक्ष्य बहावलपुर स्थित मुख्यालय जैश-ए-मोहम्मद और मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय को तबाह करना था, लेकिन इन क्षेत्रों में घनी आबादी और हमले के बाद पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से जवाबी कार्रवाई से बड़ी संख्या में आम लोगों के मारे जाने की आशंका को देखते हुए इस योजना में बदलाव किया गया. योजना में बदलाव के बाद बालाकोट को एकमात्र लक्ष्य बनाया गया. क्योंकि बालाकोट कैंप एक पहाड़ी पर बनाया गया था और एयर स्ट्राइक से आम लोगों की जान-माल को खतरा कम था.

सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने केरान से उनकी सीमा में प्रवेश करने के लिए पाकिस्तानी वायुसेना को 3 जगहों से घेरे रखा था.भारतीय सेना के 12 मिराज विमान ने पाकिस्तान के अशांत कहे जाने वाले खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के बालाकोट में बमबारी कर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त कर दिया. नियंत्रण रेखा से करीब 80 किलोमीटर दूर भारतीय सेना की ओर से किए गए इस एयर स्ट्राइक हमले में 'बड़ी संख्या में' आतंकवादी, प्रशिक्षक और वरिष्ठ कमांडर मारे गए.

आपकों बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे. 25 फरवरी की शाम को इस ऑपरेशन को अंतिम रूप दिया गया. ऑपरेशन में शामिल हर व्यक्ति के मोबाइल फोन बंद करा दिए गए थे.

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