हिंदी सिनेमा के 'शोमैन' कहे जाने वाले राज कपूर के जन्मदिन पर जानिए उनसे जुड़ी ख़ास यादें।

हिंदी सिनेमा के 'शोमैन' कहे जाने वाले  राज कपूर के जन्मदिन पर जानिए उनसे जुड़ी ख़ास यादें।

हिंदी सिनेमा के 'शोमैन' कहे जाने वाले अभिनेता-निर्माता-निर्देशक राज कपूर का आज 91वां जन्‍मदिन हैं। उनका जन्‍म 14दिसंबर 1924को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था।उनका बचपन का नाम रणबीर राज कपूर था। सन् 1929में जब पृथवीराज कपूर मुंबई आये तो उनके साथ राज कपूर भी आ गए थे। उनकी शुरुवाती पढ़ाई कोलकाता में हुई, लेकिन पढ़ाई में उनका मन कभी नहीं लगा, यही कारण हैं कि वो 10वीं से ज्यादा नहीं पढ़ सके। पृथ्वीराज कपूर सिद्धांतों के पक्के इंसान थे। राज कपूर को उनके पिता ने साफ़ कह दिया था कि राजू, नीचे से शुरुआत करोगे तो ऊपर तक जाओगे। इसी लिए राज कपूर ने बचपन में वो काम भी किया जिसे शायद कोई ओर करने में गुरेज खाए।उस वक्त के नामचीन निर्देशकों में शुमार केदार शर्मा की एक फिल्म में 'क्लैपर ब्वॉय' के तौर पर काम करते हुए राज कपूर ने एक बार इतनी जोर से क्लैप किया कि नायक की नकली दाड़ी क्लैप में फंसकर बाहर आ गई। इस पर केदार शर्मा ने गुस्से में आकर राज कपूर को जोरदार चांटा रसीद कर दिया था। आगे चलकर केदार ने ही अपनी फिल्म 'नीलकमल' में राजकपूर को बतौर नायक लिया।

छोटी सी उम्र में इस कलाकार ने वो कर दिया जिसे करने में काफी समय लगता हैं। राज कपूर साहब ने मात्र 24साल की उम्र में अपने स्टुडियो (R.K स्टूडियो) की स्थापना कर ली, और पहली बार फिल्म ‘आग’ को अपने निर्देशन में तैयार कर के सबसे कम उम्र वाले निर्देशक बन गये। राज कपूर अपनी अधिकतर फिल्मों के लीड हीरो खुद ही होते थे...फिर क्या राजकपूर ने काफी फिल्मों का निर्देशन किया। जिनमें से अधिकतर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट रहीं।

राज कपूर को सन् 1971में ‘पद्म भूषण’ से नवाज़ा गया। राज कपूर साहब ने अपने जीवन में काफी बेहतरीन फिल्में की और साथ ही साथ काफी अच्छी फिल्मों का निर्देशन भी किया जिसके लिए उनको कई सारे फिल्म फेयर अवार्ड से नवाज़ा गया। और फिर सन् 1987में उन्हें ‘दादा साहब फाल्के अवार्ड’ से नवाज़ा गया। उनको कई बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ निर्देशक तौर पर भी पुरस्कार दिए गए।एक समय ऐसा आया जिसके कारण सभी को बहुत बड़ा और गहरा झटका लगा। वो था इस महान कलाकार का निधन। दमे की बिमारी की वजह से 2जून 1988को ये सितारा फिल्मी जगत को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा करके चला गया। राजकपूर साहब भले ही आज हमारे बीच ना हो पर उनकी सोच और विचार जरुर हमारे बीच में ही मौजूद हैं

 

Leave a comment