मनोहर लाल खट्टर अब चौथी बार समूचा प्रदेश नापने की तैयारी में।

मनोहर लाल खट्टर अब चौथी बार समूचा प्रदेश नापने की तैयारी में।

अपने कार्यकाल के साढ़े तीन वर्ष में 3 बार प्रदेशभर के लोगों व पार्टी नेताओं व वर्करों से मुखातिब हो चुके मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अब चौथी बार समूचा प्रदेश नापने की तैयारी में हैं।

इसका प्रारूप तैयार हो चुका है और जल्द ही घोषणा होगी। संभवत: मई माह में वे इसकी शुरुआत करेंगे। इस बार प्रदेश के बड़े गांव और कस्बे उनके निशाने पर रहेंगे। यही नहीं, खट्टर ने सीएमओ के अधिकारियों को ऐसे 50 गांवों को भी चिह्नित करने के निर्देश दे दिए हैं, जिनमें प्रदेश के गठन से लेकर आज तक कोई भी मुख्यमंत्री नहीं गया। खट्टर इन गांवों का भी दौरा करेंगे और वहां लोगों के बीच बैठकर उनकी बात सुनेंगे। भाजपा की इस रणनीति को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा अब गांवों में अपनी पैठ बनाने की मुहिम में जुटी है। उनकी बढ़ी हुई गतिविधियां इस बात के भी संकेत दे रही है कि बेशक राज्य में चुनाव समय पर ही होने का दावा किया जा रहा है लेकिन समय पूर्व की तैयारियों में भी सरकार जुटी है। वैसे भी अब सरकार के पास बहुत अधिक समय नहीं बचा है।

अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में लोकसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं। इसी वजह से अब राज्य सरकार चुनावी गति पकड़ती दिख रही है। सीएम की घोषणाओं एवं फैसलों में भी चुनावी झलक साफ दिख रही है। विधानसभा के सबसे युवा विधायक सुखविंद्र सिंह श्योराण मांढी के निर्वाचन क्षेत्र बाढ़डा से हलकावार जनसभाओं की शुरुआत करने के बाद खट्टर ने सभी 90 हलकों में सभाएं की। हुड्डा के गढ़ गढ़ी-सांपला किलोई में भी वे गए और अभय चौटाला के निर्वाचन क्षेत्र ऐलनाबाद को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। प्रदेश दौरे के दूसरे चरण में खट्टर ने सभी जिलों में दो दिन का प्रवास किया। वहीं पार्टी नेताओं से मुलाकात के सिलसिले में अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक चरखी दादरी, झज्जर, कुरुक्षेत्र, जींद व फतेहाबाद के विधायकों, उम्मीदवारों, पदाधिकारियों व वर्करों से मुलाकात का सिलसिला पूरा होगा। अहम बात यह है कि इन लोगों से बातचीत के दौरान उन विकास कार्यों की सूची मांगी जा रही है, जो लोगों के लिए जरूरी हैं और जिनकी वजह से चुनावों में पार्टी की सियासी लाभ भी मिल सकता है।

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