हरियाणा की मंडियों में गेहू और सरसों की आवक शुरु।

हरियाणा की मंडियों में गेहू और सरसों की आवक शुरु।

हरियाणा की अनाज मंडी में किसानों और आढ़तियों की समस्या कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। पिछले दिनों से सरसों की आवक मंडी में शुरू हुई और अभी तक किसानों को अपनी सरसों बेचने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।

उनको न समर्थन मूल्य मिल पा रहा है और न ही अन्य सुविधाएं। और अगर वहीं बात करें सरकार की तो सभी अनाज मंडीयों में सरकार ने एक अप्रैल 2018से गेंहू और सरसों की फसल खरीदने के लिए तमाम सुविधाओं का दावा किया था लेकिन किसानो का कहना है कि गैंहू की फसल लेकर मंडी में ज रहें है लेकिन  मंडी में गेंहू की फसल को सरकारी एजेंसीयां अभी तक नही खरीद रही। और सरसों की फसल को भी सरकार दवारा पूरा नही खरीदी जा रहा। किसानों ने बताया कि सरकार प्रति एकड़ के हिसाब से सरसों की फसल खरीद रही है।

सरकारी मापदंडों के हिसाब से किसानों की पूरी सरसों नही खरीदी जाती। जबकि एक एकड़ में सरकार की खरीद से डबल खेतों मे सरसों की पैदावार होती है। लेकिन सरकार बाकि बची फसल को नही खरीद रही। बाकि बची फसल कों बेचने के लिए किसान को या तो मंडी में रुकना पड़ता है। या फिर अगले दिन फिर बची हुई सरसों को बेचने के लिए फर्द लेकर आनी पड़ती है जिस कारण किसानो को बहुत परेशानी होती है।

 

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